धरी रह गई सारी चालाकी!कैशियर और बैंक मैनेजर ने किया करोड़ों का खेला, उड़ा लिए 13 करोड़, जानिए पैसे निकालने से लेकर कारावास तक की कहानी
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में कैशियर और बैंक मैनेजर ने मिलकर एक बड़ा कांड कर दिया जिसे जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे जहां कैशियर और मैनेजर ने मिल कर पहले कलर से प्रिंट चेक बनाया उसके बाद SLO के बैंक खाते से 13 करोड़ 51 लख रुपए निकाल और दोनों कर्मचारियों ने रिजाइन दे दिएजब पैसे निकालने की बातपता चली तो बैंक अधिकारियों में हड़कंप मच गया
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में एक बैंक के प्रबंधक और एक कैशियर ने कथित तौर पर एक साधारण रंगीन प्रिंटर का उपयोग करके अपने बैंक से 13 करोड़ रुपये का गबन किया है। इस घटना ने बैंकिंग समुदाय में हलचल मचा दी है।
जानकारी के अनुसार, दोनों ने प्रिंटर का उपयोग करके फर्जी चेक बनाए, जिनका उपयोग उन्होंने बड़ी रकम निकालने के लिए किया। जब बैंक को धोखाधड़ी वाले लेनदेन का पता चला, तो उसने जांच शुरू की। प्रबंधक और कैशियर, जिनकी पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है, इस अपराध में शामिल पाए गए। दोनों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
रुद्रपुर के इंडसइंड बैंक में 13 करोड़ की धोखाधड़ी, मैनेजर और कैशियर पर आरोप
रुद्रपुर स्थित इंडसइंड बैंक शाखा में 13 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें बैंक के मैनेजर और कैशियर पर आरोप लगाया गया है। इस घटना ने बैंकिंग प्रणाली की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामला कैसे उजागर हुआ?
इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब एसएलओ (सर्विस लीगल ऑफिसर) कौस्तुभ मिश्रा की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। जांच के दौरान बैंक कर्मचारियों से गहन पूछताछ की गई और बैंक की सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की गई।
मैनेजर और कैशियर पर आरोप
जांच के बाद पता चला कि बैंक के मैनेजर देवेंद्र और कैशियर प्रियम सिंह ने मिलकर यह गबन किया है। उन्होंने तीन अलग-अलग चेक के माध्यम से 13 करोड़ 51 लाख 46 हजार रुपये का हेरफेर किया। सीसीटीवी फुटेज और बैंक कर्मियों की पूछताछ से यह पुष्टि हुई कि यह धोखाधड़ी एक सुनियोजित तरीके से की गई थी।
कैसे किया गया गबन?
जालसाजों ने तीन अलग-अलग चेक का इस्तेमाल करके इस राशि को गबन किया। चेक की वैधता पर सवाल उठाते हुए, बैंक प्रबंधन ने इन्हें सामान्य चेक की तरह मान्यता दे दी, जिससे यह भारी राशि निकाल ली गई।
पुलिस कार्रवाई
बैंक से इस बड़े गबन की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू की और मामले की जांच में जुट गई। बैंक के मैनेजर और कैशियर की संलिप्तता की पुष्टि होने के बाद दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना ने बैंकिंग प्रणाली में सुरक्षा उपायों की गंभीर कमी को उजागर किया है। इस प्रकार की धोखाधड़ी से निपटने के लिए बैंकिंग प्रक्रिया में और सख्ती की आवश्यकता है। विशेष रूप से, चेक की वैधता की जांच और आंतरिक नियंत्रण प्रक्रियाओं को मजबूत करना बेहद जरूरी हो गया है।