आखिर क्यों बनी लॉरेंस बिश्नोई गैंग सलमान खान के जान की दुश्मन जाने पूरी कहानी ?


12 अक्टूबर को एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई, और इसका जिम्मा कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने लिया। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए इस हत्या की जिम्मेदारी ली गई, जिसमें सलमान खान का भी उल्लेख किया गया। लॉरेंस बिश्नोई गैंग लंबे समय से सलमान खान को निशाने पर रखे हुए है, और इसके पीछे एक पुरानी घटना है जिसका संबंध काले हिरण शिकार से है।


बाबा सिद्दीकी की हत्या और सलमान खान का जिक्र


बाबा सिद्दीकी, जो तीन बार विधायक रह चुके हैं, की हत्या से राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मच गई है। उनकी इफ्तार पार्टियों में बॉलीवुड के बड़े सितारे शिरकत करते थे, और कहा जाता है कि उन्होंने सलमान खान और शाहरुख खान के बीच सुलह भी करवाई थी। लेकिन इस बार का विवाद एकदम अलग है। हत्या के बाद जो सोशल मीडिया पोस्ट सामने आई, उसमें बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली और सलमान खान के साथ बाबा सिद्दीकी के संबंधों का उल्लेख किया।



सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच की दुश्मनी


लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सलमान खान को निशाना बनाना कोई नई बात नहीं है। दरअसल, यह विवाद साल 1998 के काले हिरण शिकार मामले से जुड़ा हुआ है। इस केस के चलते सलमान खान का बिश्नोई समाज के साथ संघर्ष शुरू हुआ। बिश्नोई समाज काले हिरणों को अपने धर्म और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानता है, और हिरणों के शिकार को वह पाप मानते हैं।

काले हिरण शिकार मामला


1 अक्टूबर 1998 की रात जोधपुर के कांकाणी गांव में सलमान खान और उनके साथियों पर काले हिरण का शिकार करने का आरोप लगा। बिश्नोई समाज के लोगों ने गोलियों की आवाज सुनी और मौके पर जाकर देखा कि दो काले हिरण मरे पड़े हैं और पास में एक जीप खड़ी थी, जिसमें सलमान खान समेत कुछ अन्य बॉलीवुड सितारे सवार थे। यह वही रात थी जब गांधी जयंती का दिन शुरू हो चुका था, लेकिन उस रात की घटना ने सलमान खान के लिए एक लंबी कानूनी लड़ाई की नींव रख दी।

सलमान खान के खिलाफ आरोप


ड्राइवर हरीश दुलानी के बयान के मुताबिक, उस रात सलमान खान, सैफ अली खान, सोनाली बेंद्रे, नीलम, और कुछ अन्य लोग जीप में सवार थे। हरीश ने आरोप लगाया कि सलमान खान ने खुद गोली चलाई और घायल हिरण की गर्दन काट दी। इसके अलावा, हरीश ने कहा कि यह पहली बार नहीं था जब सलमान और उनके साथियों ने शिकार किया था; इससे पहले भी उन्होंने जोधपुर और आसपास के इलाकों में शिकार किया था।

27 सितंबर 1998 को सलमान खान पर चिंकारा (एक प्रकार का हिरण) को मारने का भी आरोप लगाया गया था। कहा जाता है कि उन्होंने इसे होटल में पकवा कर खाया था। यह भी कहा गया कि उस समय गाड़ी में सतीश शाह भी मौजूद थे, लेकिन जब उन्हें पकड़ा गया तो गाड़ी में सलमान के साथ सैफ, सोनाली बेंद्रे, नीलम, और तब्बू भी मौजूद थीं।

कानूनी कार्यवाही और विवाद


4 अक्टूबर 1998 को पुलिस ने सलमान खान और उनके साथियों को शूटिंग स्थल से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उनकी न्यायिक प्रक्रिया शुरू हुई, जो कई सालों तक चली। सलमान खान को इस मामले में दोषी पाया गया और उन्हें सजा सुनाई गई, लेकिन बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस मामले ने सलमान खान की छवि पर गहरा असर डाला और बिश्नोई समाज के साथ उनके रिश्ते और भी खराब हो गए।

बिश्नोई समाज की प्रतिक्रिया


बिश्नोई समाज, जो पर्यावरण और वन्य जीवों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है, ने इस घटना के बाद सलमान खान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की ठानी। समाज के लोग हिरणों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं, और उनका मानना है कि सलमान खान का यह कृत्य अक्षम्य था। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, बिश्नोई समाज ने सलमान खान को यह मौका दिया था कि वह कुछ समय की समाज सेवा करें और उनसे माफी मांगें, लेकिन सलमान खान ने इसे ठुकरा दिया। कहा जाता है कि सलमान खान ने माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया, जिससे बिश्नोई समाज और अधिक आक्रोशित हो गया।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का उभार


इस विवाद ने ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए सलमान खान को निशाना बनाने का आधार तैयार किया। बिश्नोई समाज से ताल्लुक रखने वाला लॉरेंस बिश्नोई, जो अब एक कुख्यात गैंगस्टर है, ने सलमान खान के खिलाफ कई बार धमकियां दी हैं। बिश्नोई ने सलमान खान को काले हिरण शिकार के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह उन्हें माफ नहीं करेगा।

हाल के वर्षों में, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने कई आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया है और सलमान खान को मारने की साजिशें रचने के आरोप भी उन पर लगे हैं। 2022 में सलमान खान के घर के बाहर भी गोलीबारी हुई, जिसे इस गैंग ने अंजाम दिया। यह साफ है कि लॉरेंस बिश्नोई की सलमान खान के प्रति नाराजगी सिर्फ काले हिरण मामले तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनकी व्यक्तिगत और सामुदायिक भावना का भी एक हिस्सा बन गई है।

सलमान खान और उनका बचाव


सलमान खान ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है और खुद को निर्दोष बताया है। उनके वकीलों ने यह तर्क दिया कि सलमान खान ने कभी भी हिरणों का शिकार नहीं किया और यह सभी आरोप गलत हैं। हालांकि, कोर्ट ने उन्हें दोषी ठहराया था, लेकिन बाद में उन्हें राहत मिल गई। इस मामले के बाद सलमान खान की कानूनी लड़ाई तो खत्म हो गई, लेकिन बिश्नोई समाज और लॉरेंस बिश्नोई गैंग की दुश्मनी अब भी जारी है।

समकालीन परिदृश्य


बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सलमान खान के खिलाफ अपने रुख को और कठोर बना दिया है। इस सोशल मीडिया पोस्ट के बाद यह साफ हो गया है कि सलमान खान अभी भी इस गैंग के निशाने पर हैं। हालांकि, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सलमान खान की सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं, लेकिन इस मामले ने फिर से सलमान खान की पुरानी कानूनी परेशानियों को उजागर कर दिया है।

निष्कर्ष


1998 के काले हिरण शिकार मामले ने सलमान खान के जीवन में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था, और यह आज भी उन्हें परेशान कर रहा है। बिश्नोई समाज के साथ उनके रिश्ते कभी भी सामान्य नहीं हो पाए और लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकियों ने इस विवाद को और भी गंभीर बना दिया। बाबा सिद्दीकी की हत्या और इस पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का दावा इस बात की ओर इशारा करता है कि यह दुश्मनी अभी खत्म होने वाली नहीं है।