IND vs BAN Kanpur Test: जब जसु पटेल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कानपुर टेस्ट में मचाई थी तबाही, 40 साल तक कायम रहा रिकॉर्ड
भारत बनाम बांग्लादेश, कानपुर टेस्ट:
भारत और बांग्लादेश के बीच चल रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने पहले टेस्ट में 280 रनों से जीत दर्ज की। अब दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच 27 सितंबर से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जाएगा। यह मैच ऐतिहासिक स्टेडियम में हो रहा है, जिसे भारतीय क्रिकेट के कुछ सबसे शानदार लम्हों के लिए जाना जाता है, खासकर स्पिनरों के प्रभावी प्रदर्शन के लिए। जब कानपुर के इस मैदान की बात होती है, तो एक नाम हमेशा याद आता है – भारतीय ऑफ स्पिनर जसु पटेल।
जसु पटेल और उनकी ऐतिहासिक जीत
कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, और इसका मुख्य कारण है 1959 का वह यादगार टेस्ट मैच, जिसमें भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज की थी। उस समय भारतीय टीम के कप्तान थे जीएस रामचंद्र और ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर रहे थे रिची बेनो। इस मैच में जसु पटेल ने अपनी शानदार गेंदबाजी से भारत को जीत दिलाई थी।
1959 में जब भारत को अपनी पहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत का इंतजार था, तो टीम ने 12 साल में 9 टेस्ट मैच खेले थे, जिनमें से 7 में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन आखिरकार 19 से 24 दिसंबर 1959 के बीच खेले गए इस मैच में भारत को उसकी पहली ऐतिहासिक जीत मिली। यह जीत जसु पटेल की बेमिसाल गेंदबाजी के कारण संभव हो पाई थी, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 35.5 ओवर में 69 रन देकर 9 विकेट हासिल किए थे।
जसु पटेल का रिकॉर्ड प्रदर्शन
जसु पटेल का प्रदर्शन उस समय भारतीय क्रिकेट के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। उन्होंने ग्रीन पार्क की स्पिन मददगार पिच का बेहतरीन उपयोग किया और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को ध्वस्त कर दिया। पहले दिन की समाप्ति तक जसु ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को 219 रनों पर सीमित कर दिया था। जिस तरह से जसु ने बल्लेबाजों को अपनी फिरकी में फंसाया, वह आज भी क्रिकेट प्रेमियों की यादों में ताजा है। खास बात यह है कि उनके 9 विकेटों में से 5 बल्लेबाज बोल्ड हुए थे, जबकि 2 LBW और एक का कैच खुद जसु पटेल ने लिया था।
कानपुर में स्पिनर्स का दबदबा
कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम हमेशा से ही स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार रहा है। चाहे जसु पटेल हों या अनिल कुंबले, सभी स्पिन गेंदबाजों ने इस मैदान पर अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारत को महत्वपूर्ण जीत दिलाई है। जसु पटेल का 9 विकेट लेना भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था। उनका यह रिकॉर्ड अगले 40 साल तक कायम रहा, जब तक कि 1999 में अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली में खेले गए एक टेस्ट मैच में 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया।
अनिल कुंबले ने तोड़ा जसु पटेल का रिकॉर्ड
जसु पटेल का 9 विकेट लेने का रिकॉर्ड लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट में सर्वोच्च स्थान पर रहा। लेकिन 1999 में अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ फिरोज शाह कोटला मैदान में सभी 10 विकेट लेकर नया इतिहास रच दिया। कुंबले ने 26.3 ओवर में 9 मेडन देकर 74 रन देकर पाकिस्तान की पूरी पारी को ध्वस्त कर दिया। कुंबले का यह प्रदर्शन आज भी क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार पलों में से एक है।
अन्य भारतीय गेंदबाजों का बेहतरीन प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट में जसु पटेल और अनिल कुंबले के अलावा भी कई गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किए हैं। उदाहरण के लिए, सुभाष गुप्ते ने 1958 में कानपुर के इसी मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ 9 विकेट लिए थे। उन्होंने 34.3 ओवर में 102 रन देकर 9 विकेट झटके थे। इसके अलावा, कपिल देव ने 1983 में अहमदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ 9 विकेट लेकर भारतीय गेंदबाजी का लोहा मनवाया था।
कानपुर स्टेडियम का महत्व
कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ एक मैदान नहीं, बल्कि एक ऐसा स्थान है जहां कई महत्वपूर्ण जीतें हासिल की गई हैं। इस मैदान पर खेले गए मैचों में स्पिनरों का दबदबा हमेशा देखने को मिला है। चाहे 1959 में जसु पटेल का 9 विकेट लेना हो या अनिल कुंबले का 10 विकेट लेकर पाकिस्तान को हराना, यह मैदान हमेशा से ही भारतीय क्रिकेट के लिए खास रहा है।
भारत बनाम बांग्लादेश: कानपुर टेस्ट
अब एक बार फिर से कानपुर का यह ऐतिहासिक मैदान भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाले दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच का गवाह बनेगा। भारतीय टीम ने पहले टेस्ट मैच में 280 रनों से शानदार जीत दर्ज की थी और अब 27 सितंबर से शुरू होने वाले इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम जीत की तलाश में उतरेगी। ग्रीन पार्क की पिच हमेशा से ही स्पिनरों के लिए मददगार रही है, इसलिए इस बार भी भारतीय स्पिन गेंदबाजों पर निगाहें रहेंगी।
भारतीय टीम इस सीरीज में 1-0 की बढ़त के साथ उतर रही है और सीरीज पर कब्जा जमाने के इरादे से मैदान में उतरेगी। इस मैदान का इतिहास और यहां के स्पिनरों का प्रदर्शन इस टेस्ट मैच को और भी खास बना देगा। जसु पटेल और अनिल कुंबले जैसे स्पिनरों ने जो कीर्तिमान स्थापित किए हैं, वह आने वाले क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।